प्रत्येक अध्याय में रहस्य और रोमांच के सागर में गोते लगाते हुए यह कहानी बताती है कि परिस्थितियों और कर्मों के बीच बंधे धागे को ही जीवन कहते हैं। इस धागे में कई सदियों ईसा पूर्व एक शापित राजकुमार मार्कस फंसा हुआ है। एक आधे इंसान के रूप में रहने के सदियों बाद, उसका जीवन फिर से कई अप्रत्याशित मोड़ लेता है जब वह एंजेला से मिलता है, जो उसकी अपनी कल्पना की एक जीवित आकृति है। प्रेम, ईर्ष्या, संघर्ष, लालच और महत्वाकांक्षा जैसे मानव जीवन के शक्तिशाली पहलुओं की ओर बढ़ते हुए, जब यह अतीत, भविष्य और वर्तमान के रास्तों से होकर अपनी मंजिल तक पहुँचता है, तो वास्तविकता को परिभाषित करने वाले मार्कस के सामने कई रहस्य खुलने लगते हैं।